खूबसूरत जवानी

आओ फिर से ढूँढ निकले.
जवानी के उन मीठे पल.
बेचैन जब रहता था दिल.
तरसते थे, की कब पायेंगे मिल.

दिल में बसी थी तस्वीर यार की.
ढूँढता तुमको बेताब यह नयन.
जाने कहाँ गए व्हो दिन जब,
सोचते, मिलन की घरी फिर आएगी कब?

पास आने को जब ढूँढ़ते बहाने.
और याद सताती रातों में.
एक पल में कट जाता लम्बा समय.
जब एक दूजे में रहते थे तन्मय.

हर व्हो लम्हा हसीं लगता था.
जब रहते थे बंधे आगोश में.
घरी-घरी हम खो जाते थे
भविष्य के रंगीन सपनो में.

सुन्दर लगता था सारा संसार.
जब होता था हांथो में हाथ.
मिलने से दिल हो जाता बाग़-बाग़.
और, झुलसती थी जुदाई की आग.

आयो मिल के कोशिश करें.
बीते दिनों को ढूँढ निकाले.
प्यार मोहब्बत की हमारी कहानी.
को कभी न होने दे पुराणी.

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